Загрузка страницы

Fish Farming Business in Tamil Nadu, India/[ தமிழ்நாடு ] (तमिलनाडु में मछली व्यवसाय) *** English

Fish Farming Business in Tamil Nadu, India/[ தமிழ்நாடு ] (तमिलनाडु में मछली व्यवसाय) *** English

मछली जलीय पर्यावरण पर आश्रित जलचर जीव है तथा जलीय पर्यावरण को संतुलित रखने में इसकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह कथन अपने में पर्याप्त बल रखता है जिस पानी में मछली नहीं हो तो निश्चित ही उस पानी की जल जैविक स्थिति सामान्य नहीं है। वैज्ञानिकों द्वारा मछली को जीवन सूचक (बायोइंडीकेटर) माना गया है। विभिन्न जलस्रोतों में चाहे तीव्र अथवा मन्द गति से प्रवाहित होने वाली नदियां हो, चाहे प्राकृतिक झीलें, तालाब अथवा मानव-निर्मित बड़े या मध्यम आकार के जलाशय, सभी के पर्यावरण का यदि सूक्ष्म अध्ययन किया जाय तो निष्कर्ष निकलता है कि पानी और मछली दोनों एक दूसरे से काफी जुड़े हुए हैं। पर्यावरण को संतुलित रखने में मछली की विशेष उपयोगिता है।

#मछलीपालनकीविस्तृतजानकारीHindi #FishFarmingHindi #मछलीपालनकैसेकरेंHindi #TajAgroDocumentary #मछलीपालन #

मछली की बीज (जीरा) को डालने के पूर्व तालाब को साफ़ करना आवश्यक है। तालाब से सभी जलीय पौधों एवं खाऊ और छोटी-छोटी मछलियों को निकाल देना चाहिए। जलीय पौधों को मजदूर लगाकर साफ़ करना अच्छा रहता है और आगे ख्याल रखें कि यह पुन: न पनप सके। खाऊ तथा बेकार मछलियों को खत्म करने के लिए तालाब को पूर्ण रूप से सुखा दिया जाये या जहर का प्रयोग किया जायें। इसके लिए एक एकड़ तालाब में एक हजार किलोग्राम महुआ की खली डालने से दो-चार घंटों में मछलियाँ बेहोश होकर सतह पर आ जाती हैं। पानी में 200 किलोग्राम प्रति एकड़ ब्लीचिंग पाउडर के उपयोग से भी खाऊ मछलियों को मारा जा सकता है। पानी में इन जहरों का असर 10-15 दिनों तक रहता है।

मछली पालन से अधिक उत्पादन, आय एवं रोजगार के लिए इसे पशुपालन के साथ जोड़ा जा सकता है। यदि मछली पालन से सूकर, मुर्गी या बत्तख पालन को जोड़ दिया जाये तो इसके मल-मूत्र से मछलियों के लिए समुचित प्राकृतिक भोजन उत्पन्न होगा। इस व्यवस्था में मछली पालन से अलग से खाद एवं पूरक आहार की आवश्यकता नहीं होगी। एक एकड़ के तालाब के लिए 16 सूकर या 200 मुर्गी या 120 बत्तख की खाद काफी होगी।

यदि सूकर या बत्तख को तालाब के पास ही घर बनाकर रखा जाये तो इसे खाद को तालाब तक ले जाने के खर्च की बचत होगी तथा बत्तख दिनभर तालाब में ही भ्रमण करती रहेगी तथा शाम होने पर स्वयं ही वापस घर में आ जायेगी। यह व्यवस्था उस तरह के तालाब के लिए उपयोगी है जिसमें मवेशियों के खाद देने और नहाने-धोने की मनाही है। आदिवासी बहुल क्षेत्रों के सामूहिक तालाब में इस व्यवस्था को अच्छी तरह किया जा सकता है तथा रोजगार की संभावनाओं का विकास किया जा सकता है।

नोट: चूँकि यह काम बरसात के दिनों में ही होता है और एक फसल में 20-25 दिन लगते हैं इसलिए किसान एक साल में 3-4 फसल पैदा कर 15,000 से 20,000 रु. का लाभ कमा सकता है और जो मछलियाँ तालाब में रह जायेंगी उसे बड़ा होने पर वह बेच कर और लाभ कमा सकता है।

शरीर के पोषण तथा निर्माण में संतुलित आहार की आवश्यकता होती है। संतुलित आहार की पूर्ति विभिन्न खाद्य पदार्थों को उचित मात्रा में मिलाकर की जा सकती है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, खनिज लवण आदि की आवश्यकता होती है जो विभिन्न भोज्य पदार्थों में भिन्न-भिन्न अनुपातों में पाये जाते हैं। स्वस्थ शरीर के निर्माण हेतु प्रोटीन की अधिक मात्रा होनी चाहिए क्योंकि यह मांसपेशियों, तंतुओं आदि की संरचना करती है। विटामिन, खनिज, लवण आदि शरीर की मुख्य क्रियाओं को संतुलित करते हैं। मछली, मांस, अण्डे, दूध, दालों आदि का उपयोग संतुलित आहार में प्रमुख रूप से किया जा सकता है। मछलियों में लगभग 70 से 80 प्रतिशत पानी, 13 से 22 प्रतिशत प्रोटीन, 1 से 3.5 प्रतिशत खनिज पदार्थ एवं 0.5 से 20 प्रतिशत चर्बी पायी जाती है। कैल्शियम, पोटैशियम, फास्फोरस, लोहा, सल्फर, मैग्नीशियम, तांबा, जस्ता, मैग्नीज, आयोडीन आदि खनिज पदार्थ मछलियों में उपलब्ध होते हैं जिनके फलस्वरूप मछली का आहार काफी पौष्टिक माना गया है। इनके अतिरिक्त राइबोफ्लोविन, नियासिन, पेन्टोथेनिक एसिड, बायोटीन, थाइमिन, विटामिन बी12, बी 6 आदि भी पाये जाते हैं जोकि स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होते हैं। विश्व के सभी देशों में मछली के विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाकर उपयोग में लाये जाते हैं। मछली के मांस की उपयोगिता सर्वत्र देखी जा सकती है। मीठे पानी की मछली में वसा बहुत कम पायी जाती है व इसमें शीघ्र पचने वाला प्रोटीन होता है। सम्पूर्ण विश्व में लगभग 20,000 प्रजातियां व भारत वर्ष में 2200 प्रजातियां पाये जाने की जानकारी हैं। गंगा नदी प्रणाली जो कि भारत की सबसे बड़ी नदी प्रणाली है, में लगभग 375 मत्स्य प्रजातियां उपलब्ध हैं।[तथ्य वांछित] वैज्ञानिकों द्वारा उत्तर प्रदेश व बिहार में 111 मत्स्य प्रजातियों की उपलब्धता बतायी गयी है।

मछली एक उच्च कोटि का खाद्य पदार्थ है। इसके उत्पादन में वृद्धि किये जाने हेतु उत्तर प्रदेश मत्स्य विभाग निरन्तर प्रयत्नशील है। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में विभिन्न प्रकार के तालाब, पोखरें और जल प्रणालियां प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं जिनमें वैज्ञानिक रूप से मत्स्य पालन अपना कर मत्स्य उत्पादन में वृद्धि करके लोगों को पोषक और संतुलित आहार उपलब्ध कराया जा सकता है।

मत्स्य पालन हेतु कोई भी इच्छुक व्यक्ति जिसके पास अपना निजी तालाब हो अथवा निजी भूमि या पट्टे का तालाब, उत्तर प्रदेश में किसी भी जिले में मत्स्य पालन की सुविधा प्राप्त कर सकता है :-

इच्छुक व्यक्ति जिनके पास अपनी निजी भूमि या तालाब हो वह उस भूमि सम्बन्धी खसरा खतौनी लेकर जनपदीय कार्यालय सम्पर्क करे। पट्टे के तालाब पर मत्स्य पालन हेतु पट्टा निर्गमन प्रमाण-पत्र के साथ जनपदीय कार्यालय सम्पर्क किया जा सकता है।
विभाग द्वारा क्षेत्रीय मत्स्य विकास अधिकारी/अभियन्ता द्वारा भूमि/तालाब का सर्वेक्षण कर प्रोजेक्ट तैयार किया जाता है।

Видео Fish Farming Business in Tamil Nadu, India/[ தமிழ்நாடு ] (तमिलनाडु में मछली व्यवसाय) *** English канала Taj Agro Products
Показать
Комментарии отсутствуют
Введите заголовок:

Введите адрес ссылки:

Введите адрес видео с YouTube:

Зарегистрируйтесь или войдите с
Информация о видео
18 ноября 2020 г. 13:00:01
00:21:10
Другие видео канала
India Air Quality Index (AQI) भारत में राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक [ हिंदी डाक्यूमेंट्री ]India Air Quality Index (AQI) भारत में राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक [ हिंदी डाक्यूमेंट्री ]प्रकृतिक का उपहार — मैंग्रोव वन। — Mangrove Forests **Explained Englishप्रकृतिक का उपहार — मैंग्रोव वन। — Mangrove Forests **Explained EnglishVermicomposting: All You Need to Know (केंचुआ खाद या वर्मीकम्पोस्ट) [ हिंदी डाक्यूमेंट्री ]Vermicomposting: All You Need to Know (केंचुआ खाद या वर्मीकम्पोस्ट) [ हिंदी डाक्यूमेंट्री ]ऑप्टिकल फाइबर संचारण क्या है? (History Of Optical Fiber In India) *Hindi Exclusive Documentaryऑप्टिकल फाइबर संचारण क्या है? (History Of Optical Fiber In India) *Hindi Exclusive DocumentaryTofu, यानी सोया पनीर (Soya Paneer) –How to make Tofu Paneer Full Making Process * Exclusive 4k HindiTofu, यानी सोया पनीर (Soya Paneer) –How to make Tofu Paneer Full Making Process * Exclusive 4k Hindiरूस के बारे में रोचक तथ्य संघर्ष और की जमीनी सचाई |  (Russia Unknown Facts) * Hindi Exclusiveरूस के बारे में रोचक तथ्य संघर्ष और की जमीनी सचाई | (Russia Unknown Facts) * Hindi Exclusiveसॉइल हेल्थ क्या होता हैं। — [ Explained ]– एक संपूर्ण विश्लेषण देखते हैं जमीनी सचाई। 4K Hindiसॉइल हेल्थ क्या होता हैं। — [ Explained ]– एक संपूर्ण विश्लेषण देखते हैं जमीनी सचाई। 4K Hindiस्वच्छ भारत अभियान: एक कदम स्वच्छता की ओर – एक संपूर्ण विश्लेषण और जमीनी सचाई देखते हैं। 4K Hindiस्वच्छ भारत अभियान: एक कदम स्वच्छता की ओर – एक संपूर्ण विश्लेषण और जमीनी सचाई देखते हैं। 4K HindiThe world's Plastic Pollution crisis explained [PLASTIC POLLUTION] *Real Exclusive *4k Video : HindiThe world's Plastic Pollution crisis explained [PLASTIC POLLUTION] *Real Exclusive *4k Video : HindiGorakhpur (गोरखपुर) - शहरों में साफ-सफाई की व्यवस्था *Hindi Exclusive DocumentaryGorakhpur (गोरखपुर) - शहरों में साफ-सफाई की व्यवस्था *Hindi Exclusive Documentaryभारत में क्या है एजुकेशन सिस्टम की स्थिति। (Future Education System in India) **Exclusive Hindi NEWभारत में क्या है एजुकेशन सिस्टम की स्थिति। (Future Education System in India) **Exclusive Hindi NEWक्या है ज़ीरो बजट नेचुरल फार्मिंग। — [Explained ]– एक संपूर्ण विश्लेषण देखते हैं जमीनी सचाई।Hindiक्या है ज़ीरो बजट नेचुरल फार्मिंग। — [Explained ]– एक संपूर्ण विश्लेषण देखते हैं जमीनी सचाई।Hindiमछली पालन की विस्तृत जानकारी (Fish Farming & Exports)– एक संपूर्ण विश्लेषण देखते हैं। 4K Hindi EP#2मछली पालन की विस्तृत जानकारी (Fish Farming & Exports)– एक संपूर्ण विश्लेषण देखते हैं। 4K Hindi EP#2Waste management in Indian Cities – RECYCLING (अपशिष्ट पदार्थ एवं रिसायक्लिंग) *HD [Hindi]Waste management in Indian Cities – RECYCLING (अपशिष्ट पदार्थ एवं रिसायक्लिंग) *HD [Hindi]जल संकट और जल प्रबंधन। (Water-Harvesting Mechanisms)—Hindiजल संकट और जल प्रबंधन। (Water-Harvesting Mechanisms)—Hindiबंगाल विभाजन का इतिहास | History of Partition of Bengal & Indian independence movement—Hindiबंगाल विभाजन का इतिहास | History of Partition of Bengal & Indian independence movement—Hindiओलिव रिडले कछुआ ओडिशा।—(Olive Ridley Sea Turtle)—Hindi***Information Videoओलिव रिडले कछुआ ओडिशा।—(Olive Ridley Sea Turtle)—Hindi***Information Videoक्यों आते हैं चक्रवाती तूफान? (Cyclone) *Exclusive Hindi Documentaryक्यों आते हैं चक्रवाती तूफान? (Cyclone) *Exclusive Hindi Documentaryकनाडा की छोटी सी यात्रा। Canada A Country in North America—Hindi Information Videoकनाडा की छोटी सी यात्रा। Canada A Country in North America—Hindi Information Videoभारत का सबसे बड़ा नदी द्वीप माजुली का जीवन, असम – ब्रह्मपुत्र नदी।—Hindi****4kभारत का सबसे बड़ा नदी द्वीप माजुली का जीवन, असम – ब्रह्मपुत्र नदी।—Hindi****4k
Яндекс.Метрика