Загрузка...

The Dark Origins of the God Who Drinks Blood

“बहुत समय पहले वाराणसी में ब्रह्मा जी और विष्णु जी के बीच सबसे महान कौन—इस बात को लेकर विवाद हुआ। ब्रह्मा ने घमंड में कहा, ‘मैं सृष्टि का रचयिता हूँ, मुझसे बड़ा कोई नहीं।’ शिवजी यह अहंकार सह न सके। उन्होंने अपनी जटाओं से प्रकट किया एक भयंकर रूप—काल भैरव। आँखों में अग्नि, हाथ में त्रिशूल, और एक अद्भुत क्रोध से भरा रूप। काल भैरव ने ब्रह्मा का पाँचवा सिर काट दिया, जिससे ब्रह्मा का अहंकार चूर-चूर हो गया। इसके बाद शिव ने आदेश दिया कि काल भैरव काशी नगरी के रक्षक बनेंगे। तभी से वाराणसी में काल भैरव को ‘काशी के कोतवाल’ कहा जाता है, और माना जाता है कि उनकी अनुमति के बिना कोई भी काशी में प्रवेश नहीं कर सकता। 👉 अगर यह रहस्यमयी कथा आपको रोमांचक लगी, तो वीडियो को लाइक करें और ऐसी ही अद्भुत हिंदू कहानियों के लिए चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें!

Видео The Dark Origins of the God Who Drinks Blood канала The Hindu Echo
Яндекс.Метрика
Все заметки Новая заметка Страницу в заметки
Страницу в закладки Мои закладки
На информационно-развлекательном портале SALDA.WS применяются cookie-файлы. Нажимая кнопку Принять, вы подтверждаете свое согласие на их использование.
О CookiesНапомнить позжеПринять