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अशांत मन एक उलझा हुआ धागा है; प्रेमचंद कहते हैं, उसे धैर्य से सुलझाओ, काटो नहीं। by मन की शांति का

यह कहावत मन की शांति के महत्व पर जोर देती है। यह सुझाव देती है कि अशांत मन एक उलझे हुए धागे की तरह है, जिसे धैर्य और समझदारी से सुलझाना चाहिए, न कि क्रोध या निराशा में काटकर अलग कर देना चाहिए। यह आंतर

Видео अशांत मन एक उलझा हुआ धागा है; प्रेमचंद कहते हैं, उसे धैर्य से सुलझाओ, काटो नहीं। by मन की शांति का канала Inspire the Heart Hinidi
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