Загрузка страницы

सेना को सन्देश — जगद्गुरु शङ्कराचार्य जी

Puri Shankracharya's Message to The Army!
=====
DONATE: UPI Code: govardhanmath@allbank
ALLAHABAD BANK A/C NO: SB 212 2499 5438,
IFCS CODE: ALLA0212023;
A/c name: POORVAMNAYA JAGADGURU SHANKARACHARYA DHARMIK AVM PUNYARTHA NYAS

(Donation amount is Tax Exempted u/s 80G.)
=====
जगद्गुरु शङ्कराचार्य जी का सेना को सन्देश

#IndianArmy #Army #PuriShankaracharya

Видео सेना को सन्देश — जगद्गुरु शङ्कराचार्य जी канала Govardhan Math, Puri
Показать
Комментарии отсутствуют
Введите заголовок:

Введите адрес ссылки:

Введите адрес видео с YouTube:

Зарегистрируйтесь или войдите с
Информация о видео
16 апреля 2017 г. 2:18:51
00:23:03
Другие видео канала
भगवान शिव को विरुपाक्ष का नाम क्यों दिया गया ?भगवान शिव को विरुपाक्ष का नाम क्यों दिया गया ?तीर्थ किसे कहते हैं ?तीर्थ किसे कहते हैं ?आत्म तत्व में अटूट निष्ठा कैसे हो ? || Puri Shankaracharyaआत्म तत्व में अटूट निष्ठा कैसे हो ? || Puri Shankaracharyaछः तत्त्व में सबका अन्तर्भाव होना कैसे सम्भव है ?छः तत्त्व में सबका अन्तर्भाव होना कैसे सम्भव है ?माघ महोत्सव प्रवचन - 28-01-2022माघ महोत्सव प्रवचन - 28-01-2022महायंत्र का प्रयोजन और परिणाममहायंत्र का प्रयोजन और परिणामChaturmas, Bhagavatam Day 24, 11.08.2022Chaturmas, Bhagavatam Day 24, 11.08.2022क्या दाह/अंतिम संस्कार गौ के कंडे से करना शास्त्रसम्मत है ?क्या दाह/अंतिम संस्कार गौ के कंडे से करना शास्त्रसम्मत है ?जागृत अवस्था क्या हैजागृत अवस्था क्या हैयोग मार्ग में विस्फोट का कारण - यम नियम निरपेक्ष योग का मार्ग प्रशस्त किया है आधुनिक योगियों नेयोग मार्ग में विस्फोट का कारण - यम नियम निरपेक्ष योग का मार्ग प्रशस्त किया है आधुनिक योगियों नेमोक्ष में अर्थ का क्या स्थान होना चाहिए ? | Puri Shankaracharya jiमोक्ष में अर्थ का क्या स्थान होना चाहिए ? | Puri Shankaracharya jiसन्ध्यावन्दनम् या नित्य अनुष्ठान में बाधा होने पर क्या करें ?सन्ध्यावन्दनम् या नित्य अनुष्ठान में बाधा होने पर क्या करें ?5वाँ हिन्दुराष्ट्र अधिवेशन, वसंत पंचमी, श्रीप्रयागराज || Puri Shankaracharya5वाँ हिन्दुराष्ट्र अधिवेशन, वसंत पंचमी, श्रीप्रयागराज || Puri Shankaracharyaअंतरिक्ष में शब्दों की गति कैसे होती है? || Puri Shankaracharyaअंतरिक्ष में शब्दों की गति कैसे होती है? || Puri Shankaracharyaभावपूर्ण सोहर सुनकर शङ्कराचार्य जी भावुक हो गए। | Puri Shankaracharya Jiभावपूर्ण सोहर सुनकर शङ्कराचार्य जी भावुक हो गए। | Puri Shankaracharya Jikya Allopathy ko jyotish se joda ja sakta hai. || Puri Shankaracharyakya Allopathy ko jyotish se joda ja sakta hai. || Puri Shankaracharyaप्रेम का मौलिक स्वरूप क्या है ?प्रेम का मौलिक स्वरूप क्या है ?सन्यास से गृहस्थ परम्परा क्या हैसन्यास से गृहस्थ परम्परा क्या हैजब सबके अंदर परमात्मा है तो इतना आडंबर क्यों ? || Puri Shankaracharyaजब सबके अंदर परमात्मा है तो इतना आडंबर क्यों ? || Puri Shankaracharyaमनोहर मन्त्रराज - स्वयं को हिन्दू उद्घोषित करने का अवसरमनोहर मन्त्रराज - स्वयं को हिन्दू उद्घोषित करने का अवसरसत्व गुण के  दो भेदसत्व गुण के दो भेद
Яндекс.Метрика