Gurjar Pratihar vansh in 3 minutes Ancient History - PT
Mudascer Nazar @exconcept
Gurjar Pratihar vansh in 3 minutes Ancient History
गुर्जर प्रतिहार वंश: संक्षिप्त जानकारी
गुर्जर प्रतिहार वंश मध्य भारत में 8वीं से 11वीं शताब्दी तक शासन करने वाला एक शक्तिशाली राजवंश था। इस वंश ने कन्नौज को अपनी राजधानी बनाया था।
प्रमुख बिंदु
* स्थापना: 8वीं शताब्दी
* राजधानी: कन्नौज
* शासक: नागभट्ट प्रथम (संस्थापक), मिहिर भोज (सबसे प्रतापी)
* योगदान: अरब आक्रमणों का प्रतिरोध, संस्कृति और साहित्य का विकास
* पतन: 11वीं शताब्दी में आंतरिक कलह और बाहरी आक्रमणों के कारण
विस्तार
* भौगोलिक: मध्य भारत, उत्तर भारत और पश्चिम भारत के कुछ हिस्से
* सांस्कृतिक: कला, स्थापत्य, साहित्य और धर्म के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान
विदेशी यात्री
* सुलेमान और अल-मसूदी: इन अरब यात्रियों ने गुर्जर प्रतिहार साम्राज्य की समृद्धि और शक्ति का वर्णन किया है।
अतिरिक्त जानकारी:
* स्रोत: ग्वालियर शिलालेख, विदेशी यात्रियों के वृत्तांत
* महत्व: भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका, कला और संस्कृति का संरक्षण
यह जानकारी आपके परीक्षा के लिए अति उपयोगी है। अधिक जानकारी के लिए आप मुझसे पूछ सकते हैं।
क्या आप गुर्जर प्रतिहार वंश के किसी विशेष पहलू के बारे में अधिक जानना चाहते हैं? यदि हां तो subscribe करे अभी
#upsc #uppcs #roaro #ancienthistory
Видео Gurjar Pratihar vansh in 3 minutes Ancient History - PT канала exConcept IAS
Gurjar Pratihar vansh in 3 minutes Ancient History
गुर्जर प्रतिहार वंश: संक्षिप्त जानकारी
गुर्जर प्रतिहार वंश मध्य भारत में 8वीं से 11वीं शताब्दी तक शासन करने वाला एक शक्तिशाली राजवंश था। इस वंश ने कन्नौज को अपनी राजधानी बनाया था।
प्रमुख बिंदु
* स्थापना: 8वीं शताब्दी
* राजधानी: कन्नौज
* शासक: नागभट्ट प्रथम (संस्थापक), मिहिर भोज (सबसे प्रतापी)
* योगदान: अरब आक्रमणों का प्रतिरोध, संस्कृति और साहित्य का विकास
* पतन: 11वीं शताब्दी में आंतरिक कलह और बाहरी आक्रमणों के कारण
विस्तार
* भौगोलिक: मध्य भारत, उत्तर भारत और पश्चिम भारत के कुछ हिस्से
* सांस्कृतिक: कला, स्थापत्य, साहित्य और धर्म के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान
विदेशी यात्री
* सुलेमान और अल-मसूदी: इन अरब यात्रियों ने गुर्जर प्रतिहार साम्राज्य की समृद्धि और शक्ति का वर्णन किया है।
अतिरिक्त जानकारी:
* स्रोत: ग्वालियर शिलालेख, विदेशी यात्रियों के वृत्तांत
* महत्व: भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका, कला और संस्कृति का संरक्षण
यह जानकारी आपके परीक्षा के लिए अति उपयोगी है। अधिक जानकारी के लिए आप मुझसे पूछ सकते हैं।
क्या आप गुर्जर प्रतिहार वंश के किसी विशेष पहलू के बारे में अधिक जानना चाहते हैं? यदि हां तो subscribe करे अभी
#upsc #uppcs #roaro #ancienthistory
Видео Gurjar Pratihar vansh in 3 minutes Ancient History - PT канала exConcept IAS
Комментарии отсутствуют
Информация о видео
13 января 2025 г. 10:51:22
00:02:57
Другие видео канала