हिंद केसरी लालजी पहलवान से लड़ाया पंजा; बच गई हड्डी पसली।
हाथी की गर्दन मरोड़ने की ताकत रखने वाले हिंद केसरी लालजी पहलवान ने कक्षा आठ उत्तीर्ण कर पढ़ाई इसलिए छोड़ दिया कि उनका वजन उस समय 100 किलोग्राम भार तथा लंबाई 6 फीट के लगभग हो गई थी। वह आठवीं कक्षा में पढ़ाई के समय बड़ी बड़ी कुश्तियां लड़ने लगे थे। साथ में पढ़ने वाले बच्चे उनके आगे बौने दीखते थे, और उन्हें शर्म आने लगी इसलिए 13 वर्ष की उम्र में ही उन्होंने पढ़ाई छोड़ दिया।
एक किलोग्राम घी, 1 किलो बादाम, 3 से 4 लीटर दूध 1 किलो मुसम्मी का जूस एवं सुविधानुसार अन्य फल आदि खाने वाले लालजी पहलवान 1974 में ही बनारस केसरी यूपी केशरी होने के बाद 1975 में ही हिंद केसरी का खिताब अर्जित करने में सफलता प्राप्त किया।
वाराणसी जनपद के हरहुआ विकासखंड के तेवर गांव में लालजी का जन्म 1955 में हुआ। पिता और दादा पहलवानी करते थे सो बच्चे को भी होश संभालते ही अखाड़े की मिट्टी और बजरंगबली से प्यार हो गया था।
10 किलोमीटर दौड़ सुबह इतनी ही दौड़ शाम को और इस पर भी थकान नहीं होती थी तो कंधे पर एक या दो को बैठाकर तेज गति से लालजी दौड़ लगाते थे। भोर में पौने 3 बजे नियमित रूप से उठना नित्य क्रिया से निवृत हो सड़क पर दौड़ लगाने निकल जाते थे फिर शुरू होती थी वर्जिश।
20 किलोग्राम के बड़े फावड़े से अखाड़ा गोंडना, पाटा चलाना रास्सा चढ़ना।
2000 बैठक 1000 दंड तथा 50 से 100 पट्ठों का अखाड़े में जोर कराकर भी पहलवान थकते नहीं थे तो दर्जनों पहलवानों से अकेले लड़ते थे।
राष्ट्रीय स्तर के पहलवानों में शुमार जगदीश मित्तल ईश्वरसिंह भारत भीम जनार्दन आदि को धूल चटा कर इन्होंने हिंद केसरी का खिताब अर्जित किया।
मध्य प्रदेश पुलिस में लालजी पहलवान कंपनी कमांडर थे बाद में उन्होंने ओबरा पावर कारपोरेशन मे अपनी सेवाएं दिया और वहीं से सेवानिवृत्त भी हुए।
खुद पहलवान रहे तथा कुश्ती कला मे अभिरुचि रखने वाले मुलायम सिंह यादव ने लालजी पहलवान को बुलवाया और उस परिवार से इनकी अच्छी दोस्ती हो गई। बाद में मुख्यमंत्री होते हुए अखिलेश यादव ने लालजी पहलवान को प्रदेश के उच्चतम पुरस्कार यश भारती से सम्मानित किया।
पहलवान 100 किलोग्राम भार में कुश्ती लड़ते थे बाद में 110 किलो में भी लड़े। सुपर हैवीवेट में और डेढ़ कुंतल तक के पहलवानों से इन्होंने हाथ मिलाया और पटखनी भी दिया। #brajbhushandibey ##varanasi ##ghazipur
Видео हिंद केसरी लालजी पहलवान से लड़ाया पंजा; बच गई हड्डी पसली। канала Brajbhushan Markandey
एक किलोग्राम घी, 1 किलो बादाम, 3 से 4 लीटर दूध 1 किलो मुसम्मी का जूस एवं सुविधानुसार अन्य फल आदि खाने वाले लालजी पहलवान 1974 में ही बनारस केसरी यूपी केशरी होने के बाद 1975 में ही हिंद केसरी का खिताब अर्जित करने में सफलता प्राप्त किया।
वाराणसी जनपद के हरहुआ विकासखंड के तेवर गांव में लालजी का जन्म 1955 में हुआ। पिता और दादा पहलवानी करते थे सो बच्चे को भी होश संभालते ही अखाड़े की मिट्टी और बजरंगबली से प्यार हो गया था।
10 किलोमीटर दौड़ सुबह इतनी ही दौड़ शाम को और इस पर भी थकान नहीं होती थी तो कंधे पर एक या दो को बैठाकर तेज गति से लालजी दौड़ लगाते थे। भोर में पौने 3 बजे नियमित रूप से उठना नित्य क्रिया से निवृत हो सड़क पर दौड़ लगाने निकल जाते थे फिर शुरू होती थी वर्जिश।
20 किलोग्राम के बड़े फावड़े से अखाड़ा गोंडना, पाटा चलाना रास्सा चढ़ना।
2000 बैठक 1000 दंड तथा 50 से 100 पट्ठों का अखाड़े में जोर कराकर भी पहलवान थकते नहीं थे तो दर्जनों पहलवानों से अकेले लड़ते थे।
राष्ट्रीय स्तर के पहलवानों में शुमार जगदीश मित्तल ईश्वरसिंह भारत भीम जनार्दन आदि को धूल चटा कर इन्होंने हिंद केसरी का खिताब अर्जित किया।
मध्य प्रदेश पुलिस में लालजी पहलवान कंपनी कमांडर थे बाद में उन्होंने ओबरा पावर कारपोरेशन मे अपनी सेवाएं दिया और वहीं से सेवानिवृत्त भी हुए।
खुद पहलवान रहे तथा कुश्ती कला मे अभिरुचि रखने वाले मुलायम सिंह यादव ने लालजी पहलवान को बुलवाया और उस परिवार से इनकी अच्छी दोस्ती हो गई। बाद में मुख्यमंत्री होते हुए अखिलेश यादव ने लालजी पहलवान को प्रदेश के उच्चतम पुरस्कार यश भारती से सम्मानित किया।
पहलवान 100 किलोग्राम भार में कुश्ती लड़ते थे बाद में 110 किलो में भी लड़े। सुपर हैवीवेट में और डेढ़ कुंतल तक के पहलवानों से इन्होंने हाथ मिलाया और पटखनी भी दिया। #brajbhushandibey ##varanasi ##ghazipur
Видео हिंद केसरी लालजी पहलवान से लड़ाया पंजा; बच गई हड्डी पसली। канала Brajbhushan Markandey
Показать
Комментарии отсутствуют
Информация о видео
Другие видео канала
एशियाई खेल के विजेता पहलवान की दशा देख आप चौक जायेंगे।गोस्वामी तुलसीदास भी थे पहलवान। #brajbhushandubey.भारत केसरी पहलवान हरकेश/अजय गुर्ज्जर - अंतिम कुश्ती - गांव बरोली बलदेवमैं चौंक गया जब पुणे शहर में मिला इस नौजवान से।वीर रस बिरहा लालजी यादव पहलवान | Veer Ras Birha laljee yadav pahlwan4 घंटे तक बाघ से लड़ता रहा है यह पहलवान और आखिर में पटक ही दियाGama Pehalwan Biography in Hindi | The great Gama | जिन्हे दुनिया का कोई भी पहलवान हरा नहीं पायापहलवान उमेश कुमार बना भारत केसरी,6 महीने में 1 नंबर के 20पहलवानों को कर चुका है चित, जोरदार स्वागतSikandar Shaikh Vs Ajay Baran Moranwali ( Hoshiarpur ) Kushti Dangalकौन लड़ाएगा भगत सिंह के गांव के पहलवान से पंजा? पाकिस्तान जा कर दिया चुनौती; फिर जो हुआ!बिहार केशरी कृष्ण देव यादव और अमित पहलवान अमृतसर का महामुकाबला नारहैया बाजार आर पर कुस्ती दंगलकिन्नर सरपंच दुर्गा के आगे हाथ जोड़ते नजर आते हैं अधिकारी।भारत केसरी हरिकेश पहलवान (छोटा खली) से अर्थ न्यूज़ की खास वार्ता 19/10/18 (kartar baghel)जब 200 किलो के पहलवान को "DARA SINGH" ने उठाकर पटक दिया था।यह क्या है भाई? what is thisगरीबी की एक ऐसी झलक बनारस में।Braj Bhushan Dubey latest Interview, Braj Bhushan dubey जी से खाश बातचीतदो यात्रियों के लिए दौड़ी ट्रेन; सुरक्षा में तैनात दो-दो टीटी और RPF. Journey In *VISTADOME* Coach.भोजपुरी बिरहा- तुलसीदास / नारी के ताने से पति को ज्ञान -भाग - 1 | स्वर- राम कैलाश यादव ।