Episode 7 || Om Namah Shivay || जब देवराज इंद्र को दुर्वासा ऋषि ने दिया श्राप तो हिल उठा इंद्रलोक
Episode 7 || Om Namah Shivay || जब देवराज इंद्र को दुर्वासा ऋषि ने दिया श्राप ही उठा इंद्रलोक
90107_TrLive
Mail ID:- info@vianetmedia.com
नमः शिवाय का अर्थ "भगवान शिव को नमस्कार" या "उस मंगलकारी को प्रणाम!" है।
सिद्ध शैव और शैव सिद्धांत परंपरा जो शैव संप्रदाय का हिस्सा है,
उनमें नमः शिवाय को भगवान शिव के पंच तत्त्व बोध ,
उनकी पाँच तत्वों पर सार्वभौमिक एकता को दर्शाता मानते हैं,
"न" ध्वनि पृथ्वी का प्रतिनिधित्व करता है
"मः" ध्वनि पानी का प्रतिनिधित्व करता है
"शि" ध्वनि आग का प्रतिनिधित्व करता है
"वा" ध्वनि प्राणिक हवा का प्रतिनिधित्व करता है
"य" ध्वनि आकाश का प्रतिनिधित्व करता है
इसका कुल अर्थ है कि "सार्वभौमिक चेतना एक है"
शैव सिद्धांत परंपरा में यह पाँच अक्षर इन निम्नलिखित का भी प्रतिनिधित्व करते हैं :
"न" ईश्वर की गुप्त रखने की शक्ति (तिरोधान शक्ति) का प्रतिनिधित्व करता है
"मः" दुनिया का प्रतिनिधित्व करता है
"शि" शिव का प्रतिनिधित्व करता है
"वा" उसका खुलासा करने वाली शक्ति (अनुग्रह शक्ति) का प्रतिनिधित्व करता है
"य" आत्मा का प्रतिनिधित्व करता है
यह मंत्र "न", "मः", "शि", "वा" और "य" के रूप में श्री रुद्रम् चमकम्, जो कृष्ण यजुर्वेद का हिस्सा है, उसमे प्रकट हुआ है।
यह मंत्र रुद्राष्टाध्यायी जो शुक्ल यजुर्वेद का हिस्सा है उसमे भी प्रकट हुआ है.
पूरा श्री शिव पंचाक्षर स्तोत्र इस मंत्र के अर्थ हेतु समर्पित है ।
तिरुमंतिरम, तमिल भाषा में लिखित शास्त्र, इस मंत्र का अर्थ बताता है ।
शिव पुराण के विद्येश्वर संहिता के अध्याय 1.2.10 और वायवीय संहिता के अध्याय 13 में 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र लिखा हुआ है
तमिल शैव शास्त्र, तिरुवाकाकम, "न", "मः", "शि", "वा" और "य" अक्षरों से शुरू हुआ है
महामृत्युञ्जय मंत्र
श्री रुद्रम् चमकम्
शिव
विभूति
यजुर्वेद
रुद्राष्टाध्यायी
Видео Episode 7 || Om Namah Shivay || जब देवराज इंद्र को दुर्वासा ऋषि ने दिया श्राप तो हिल उठा इंद्रलोक канала Om Namah Shivay
90107_TrLive
Mail ID:- info@vianetmedia.com
नमः शिवाय का अर्थ "भगवान शिव को नमस्कार" या "उस मंगलकारी को प्रणाम!" है।
सिद्ध शैव और शैव सिद्धांत परंपरा जो शैव संप्रदाय का हिस्सा है,
उनमें नमः शिवाय को भगवान शिव के पंच तत्त्व बोध ,
उनकी पाँच तत्वों पर सार्वभौमिक एकता को दर्शाता मानते हैं,
"न" ध्वनि पृथ्वी का प्रतिनिधित्व करता है
"मः" ध्वनि पानी का प्रतिनिधित्व करता है
"शि" ध्वनि आग का प्रतिनिधित्व करता है
"वा" ध्वनि प्राणिक हवा का प्रतिनिधित्व करता है
"य" ध्वनि आकाश का प्रतिनिधित्व करता है
इसका कुल अर्थ है कि "सार्वभौमिक चेतना एक है"
शैव सिद्धांत परंपरा में यह पाँच अक्षर इन निम्नलिखित का भी प्रतिनिधित्व करते हैं :
"न" ईश्वर की गुप्त रखने की शक्ति (तिरोधान शक्ति) का प्रतिनिधित्व करता है
"मः" दुनिया का प्रतिनिधित्व करता है
"शि" शिव का प्रतिनिधित्व करता है
"वा" उसका खुलासा करने वाली शक्ति (अनुग्रह शक्ति) का प्रतिनिधित्व करता है
"य" आत्मा का प्रतिनिधित्व करता है
यह मंत्र "न", "मः", "शि", "वा" और "य" के रूप में श्री रुद्रम् चमकम्, जो कृष्ण यजुर्वेद का हिस्सा है, उसमे प्रकट हुआ है।
यह मंत्र रुद्राष्टाध्यायी जो शुक्ल यजुर्वेद का हिस्सा है उसमे भी प्रकट हुआ है.
पूरा श्री शिव पंचाक्षर स्तोत्र इस मंत्र के अर्थ हेतु समर्पित है ।
तिरुमंतिरम, तमिल भाषा में लिखित शास्त्र, इस मंत्र का अर्थ बताता है ।
शिव पुराण के विद्येश्वर संहिता के अध्याय 1.2.10 और वायवीय संहिता के अध्याय 13 में 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र लिखा हुआ है
तमिल शैव शास्त्र, तिरुवाकाकम, "न", "मः", "शि", "वा" और "य" अक्षरों से शुरू हुआ है
महामृत्युञ्जय मंत्र
श्री रुद्रम् चमकम्
शिव
विभूति
यजुर्वेद
रुद्राष्टाध्यायी
Видео Episode 7 || Om Namah Shivay || जब देवराज इंद्र को दुर्वासा ऋषि ने दिया श्राप तो हिल उठा इंद्रलोक канала Om Namah Shivay
Показать
Комментарии отсутствуют
Информация о видео
Другие видео канала
वीरांगना सुमति और युवराज वज्रसेन का विवाह कैसे हुआ देखिये | #omnamahshivayपापी हिरनाक्षय अपनी रक्षा करनी है तो कर ले | विष्णु वराह अवतार और हिरनाक्षय वध | #omnamahshivayजब ब्रह्मा विष्णु और महेश को विवश होकर आना पड़ा धरती पर | #omnamahshivayलंकेश्वर रावण देवताओं का काल है काल से भी विकराल है | #omnamahshivayगुरु अपने जीवन में सबसे अधिक प्रसन्न कब होता है | #omnamahshivayजब बबूल बोओगे तो तुम्हें आम कहाँ से मिल जायेंगे मूर्खों | #OmNamahShivayहम क्षत्रिय है हम युद्ध से नहीं डरते तुम युद्ध चाहते हो तो यही सही | #omnamahshivayआपकी सुंदरता को देख कर हमें आपसे प्रेम हो गया | #omnamahshivayवर्षों की तपस्या हुई विफल | हाथ में शिवलिंग और रावण का लघुशंका | शिव लिंग की कहानी | #omnamahshivayमैं स्वयं दुर्गा हूँ कोई साधारण स्त्री नहीं जो तू मुझे उठा ले जाएगा | #omnamahshivayहमारी रक्षा कीजिए देवराज ये असुर बड़े निर्दयी है बड़ी नर्दयीता से वार करते है | #omnamahshivayनारी के सम्मान की रक्षा के लिए जब शिव ने खोला अपना तीसरा नेत्र | #omnamahshivayहे भोलेनाथ अब आपको मेरी ये इच्छा पूरी करनी होगी नहीं तो मैं अपने प्राण त्याग दूंगी | #omnamahshivayदुष्ट मच्छरा सुर तूने भगवान शिव के वरदान का अपमान किया अब तेरा अंत निश्चित है | #omnamahshivayपुत्र कार्तिकेय ये संसार के संहारक देवों के देव महादेव तुम्हारे पिता है | #omnamahshivayमुझे रास्ते से हटाना नामुमकिन है हाहाहा | #OmNamahShivayरघुकुल शिरोमणि प्रभु श्री राम क्षमा करें मैं तो केबल सिंधु हूँ आप तो कृपासिंधु हो |#omnamahshivayअब हम तुम्हारे स्थान पर दूसरा स्त्री रतन लाएंगे | #omnamahshivayजब आर्दनाद करती हुई आत्मा पड़ी नारद मुनि के पीछे | #omnamahshivayक्रोधित हरि विष्णु ने जब देवी संज्ञा पर चलाया सुदर्शन चक्र | Episode 8 | #OmNamahShivayमैं तुझे इस गदा से इसी समय यहीं समाप्त कर देता हूँ | #omnamahshivay