TYPES OF COMPANIES BASED ON MEMBERSHIP, BENEFITS OF PRIVATE COMPANIES #ccsu #companylaw #lawstudents
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In this video, we cover the basic concept of "What is a Company?" — an important topic in Company Law for LL.B semester exams and various competitive exams (especially for CCSU students).
प्रश्न 4: "सदस्यों की संख्या के आधार पर कंपनी कितने प्रकार की हो सकती है? एक प्राइवेट कंपनी के क्या लाभ हैं? सार्वजनिक और निजी कंपनी में अंतर कीजिए।"
उत्तर: कंपनियों का वर्गीकरण कई आधारों पर किया जा सकता है, लेकिन जब हम सदस्यों की संख्या के आधार पर विभाजन करते हैं, तो कंपनियां मुख्यतः दो प्रकार की होती हैं:
निजी कंपनी (Private Company) भारतीय कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 2(68) के अनुसार:
“एक निजी कंपनी वह है जिसकी सदस्यता की संख्या 200 से अधिक नहीं होती, और जो अपने शेयरों का हस्तांतरण सार्वजनिक रूप से नहीं करती।”
मुख्य विशेषताएँ:
• कम से कम 2 और अधिकतम 200 सदस्य।
• "Private Limited" शब्द नाम के साथ।
• शेयरों का सार्वजनिक हस्तांतरण निषिद्ध।
सार्वजनिक कंपनी (Public Company) अधिनियम की धारा 2(71) के अनुसार: “एक सार्वजनिक कंपनी वह है जो एक निजी कंपनी नहीं है और अपने शेयरों को आम जनता को पेश कर सकती है।”
● मुख्य विशेषताएँ:
• कम से कम 7 सदस्य, अधिकतम की कोई सीमा नहीं।
• "Limited" शब्द नाम के साथ।
• शेयरों का स्वतंत्र रूप से हस्तांतरण।
एक निजी कंपनी के लाभ:
1. कम औपचारिकताएँ – संचालन हेतु कम कानूनी औपचारिकताएँ।
2. शीघ्र निर्णय – निदेशक बोर्ड के बीच त्वरित निर्णय संभव।
3. पूंजी का सीमित योगदान – सीमित सदस्यों से भी पूंजी एकत्र की जा सकती है।
4. स्वतंत्रता – बाहरी हस्तक्षेप न्यूनतम होता है।
सार्वजनिक और निजी कंपनी में अंतर:
बिंदु निजी कंपनी (Private Company) सार्वजनिक कंपनी (Public Company)
1. न्यूनतम सदस्य 2 सदस्य 7 सदस्य
2. अधिकतम सदस्य 200 सदस्य कोई सीमा नहीं
3. पूंजी की व्यवस्था निजी स्रोतों से आम जनता से
4. नामकरण "Private Limited" अंत में लगता है "Limited" अंत में लगता है
5. शेयरों का हस्तांतरण प्रतिबंधित स्वतंत्र
6. लचीलापन अधिक अपेक्षाकृत कम
________________________________________
निष्कर्ष: सदस्यों की संख्या के आधार पर कंपनियों को दो भागों में बांटा जाता है। निजी कंपनियाँ छोटे स्तर पर व्यापार के लिए उपयुक्त हैं जबकि सार्वजनिक कंपनियाँ बड़े स्तर पर पूंजी और विस्तार के लिए होती हैं।
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In this video, we cover the basic concept of "What is a Company?" — an important topic in Company Law for LL.B semester exams and various competitive exams (especially for CCSU students).
प्रश्न 4: "सदस्यों की संख्या के आधार पर कंपनी कितने प्रकार की हो सकती है? एक प्राइवेट कंपनी के क्या लाभ हैं? सार्वजनिक और निजी कंपनी में अंतर कीजिए।"
उत्तर: कंपनियों का वर्गीकरण कई आधारों पर किया जा सकता है, लेकिन जब हम सदस्यों की संख्या के आधार पर विभाजन करते हैं, तो कंपनियां मुख्यतः दो प्रकार की होती हैं:
निजी कंपनी (Private Company) भारतीय कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 2(68) के अनुसार:
“एक निजी कंपनी वह है जिसकी सदस्यता की संख्या 200 से अधिक नहीं होती, और जो अपने शेयरों का हस्तांतरण सार्वजनिक रूप से नहीं करती।”
मुख्य विशेषताएँ:
• कम से कम 2 और अधिकतम 200 सदस्य।
• "Private Limited" शब्द नाम के साथ।
• शेयरों का सार्वजनिक हस्तांतरण निषिद्ध।
सार्वजनिक कंपनी (Public Company) अधिनियम की धारा 2(71) के अनुसार: “एक सार्वजनिक कंपनी वह है जो एक निजी कंपनी नहीं है और अपने शेयरों को आम जनता को पेश कर सकती है।”
● मुख्य विशेषताएँ:
• कम से कम 7 सदस्य, अधिकतम की कोई सीमा नहीं।
• "Limited" शब्द नाम के साथ।
• शेयरों का स्वतंत्र रूप से हस्तांतरण।
एक निजी कंपनी के लाभ:
1. कम औपचारिकताएँ – संचालन हेतु कम कानूनी औपचारिकताएँ।
2. शीघ्र निर्णय – निदेशक बोर्ड के बीच त्वरित निर्णय संभव।
3. पूंजी का सीमित योगदान – सीमित सदस्यों से भी पूंजी एकत्र की जा सकती है।
4. स्वतंत्रता – बाहरी हस्तक्षेप न्यूनतम होता है।
सार्वजनिक और निजी कंपनी में अंतर:
बिंदु निजी कंपनी (Private Company) सार्वजनिक कंपनी (Public Company)
1. न्यूनतम सदस्य 2 सदस्य 7 सदस्य
2. अधिकतम सदस्य 200 सदस्य कोई सीमा नहीं
3. पूंजी की व्यवस्था निजी स्रोतों से आम जनता से
4. नामकरण "Private Limited" अंत में लगता है "Limited" अंत में लगता है
5. शेयरों का हस्तांतरण प्रतिबंधित स्वतंत्र
6. लचीलापन अधिक अपेक्षाकृत कम
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निष्कर्ष: सदस्यों की संख्या के आधार पर कंपनियों को दो भागों में बांटा जाता है। निजी कंपनियाँ छोटे स्तर पर व्यापार के लिए उपयुक्त हैं जबकि सार्वजनिक कंपनियाँ बड़े स्तर पर पूंजी और विस्तार के लिए होती हैं।
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Информация о видео
8 мая 2025 г. 1:55:13
00:02:15
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