कालापानी के तहत कैदियों को दी जानेवाली सजायें,जिसे जानकार हैरान हो जाओगे
कालापानी के तहत कैदियों को दी जानेवाली सजायें,जिसे जानकार हैरान हो जाओगे !!
कालापानी शब्द जब भी हमारे जेहन में aata hai toh hindostan ki sabse charchit aur bhayaveh saza ki tasveer hum apne dimaag mein banaane lagte hain.----- Is Saza ka naam tha सज़ा-ए-काला पानी
आज़ादी से पूर्व अंग्रेजों द्वारा भारतीयों पर किये बेपनाह ज़ुल्म की दर्दनाक कहानी की yeh वो तस्वीर hai जो भारतीय इतिहास mein काले अध्याय के रूप में दर्ज है ------lekin ---- दोस्तों ----क्या है ये काला पानी ----कहाँ है ये जेल---- किसने और क्यों करवाया इसका निर्माण----- किसे दी जाती थी यहाँ पर सज़ा---- और किस प्रकार ख़त्म हुआ यहाँ पर सज़ा का सिलसिला ------In sab sawaaloon ke jawab lekar haazir hun main aaj is video mein ---- दोस्तों THE MYSTICA LAND पर आपका स्वागत है-----
बात उन दिनों की है जब भारत में अंग्रेजों का शासन था -----और देश की आज़ादी के लिए 1857 की पहली क्रान्ति हुई जिसे अंग्रेजों ने किसी तरह दबा तो दिया ------लेकिन अंग्रेज सरकार ने बागियों को भारत से दूर ले जाकर उन्हें सज़ा देने का निश्चय किया---- और इसके लिए मद्रास से 1200 किमी दूर अंडमान निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में 1896 में सेल्युलर जेल का निर्माण शुरू करवाया gaya ------भारतीय इतिहास में यह जेल काला पानी के नाम से मशहूर है------सबसे पहले 400 भारतीय कैदियों को यहाँ ले जाया गया -----और अंडमान निकोबार द्वीप के घने जंगलों को काट कर जेल से लिए जगह खाली करने का काम शुरू किया गया -----लेकिन वहाँ पर काम करने वाले लोगों के लिए यहाँ की जलवायु जंगलों में सांप और बिच्छू उनके लिए लगातार संकट बने रहे और अनेक लोगों को वहाँ पर मलेरिया ने जकड़ लिया -----सबसे पहले यहाँ अंग्रेज़ अधिकारियों के आवास कमिश्नर हाउस कांफ्रेंस रूम और चर्च आदि का निर्माण किया गया -----उसके बाद पूरे जेल पर निगरानी के लिए मध्य भाग में टावर बनाया गया-----और इसके बाद 7 शाखाओं में विशाल कारागार का निर्माण हुआ ----प्रत्येक शाखा तीन मंजिल की बनाई ----- इस विशाल जेल में 698 सेल बनाई गई ताकि यहाँ लाये जाने वाले क्रांतिकारियों को अलग अलग रखा जा सके -----कमरे 15 फुट लम्बे और 8 फुट चौड़े थे ----3 मीटर की ऊंचाई पर रोशनदान बनाये गए थे जेल का निर्माण 10 मार्च 1906 को पूरा हुआ
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कालापानी शब्द जब भी हमारे जेहन में aata hai toh hindostan ki sabse charchit aur bhayaveh saza ki tasveer hum apne dimaag mein banaane lagte hain.----- Is Saza ka naam tha सज़ा-ए-काला पानी
आज़ादी से पूर्व अंग्रेजों द्वारा भारतीयों पर किये बेपनाह ज़ुल्म की दर्दनाक कहानी की yeh वो तस्वीर hai जो भारतीय इतिहास mein काले अध्याय के रूप में दर्ज है ------lekin ---- दोस्तों ----क्या है ये काला पानी ----कहाँ है ये जेल---- किसने और क्यों करवाया इसका निर्माण----- किसे दी जाती थी यहाँ पर सज़ा---- और किस प्रकार ख़त्म हुआ यहाँ पर सज़ा का सिलसिला ------In sab sawaaloon ke jawab lekar haazir hun main aaj is video mein ---- दोस्तों THE MYSTICA LAND पर आपका स्वागत है-----
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