आनुवंशिक विकार Up Board Lec-11 | Class 12 |Chapter-5 | UP BOARD|SWATI MA'AM
आनुवंशिक विकार ऐसे रोग होते हैं जो किसी व्यक्ति के डीएनए में असामान्यताओं के कारण होते हैं। ये असामान्यताएँ एक जीन में एक छोटे से उत्परिवर्तन से लेकर पूरे गुणसूत्रों के जोड़ या घटाव तक हो सकती हैं।
आनुवंशिक विकार कई तरह से हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
एकल-जीन विकार: ये विकार एक जीन में उत्परिवर्तन के कारण होते हैं। एकल-जीन विकारों के उदाहरणों में सिस्टिक फाइब्रोसिस, सिकल सेल एनीमिया और हंटिंगटन रोग शामिल हैं।
क्रोमोसोमल विकार: ये विकार गुणसूत्रों की संख्या या संरचना में असामान्यताओं के कारण होते हैं। क्रोमोसोमल विकारों के उदाहरणों में डाउन सिंड्रोम, टर्नर सिंड्रोम और क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम शामिल हैं।
बहु-कारक विकार: ये विकार कई जीन और पर्यावरणीय कारकों के संयोजन के कारण होते हैं। बहु-कारक विकारों के उदाहरणों में हृदय रोग, कैंसर और मधुमेह शामिल हैं।
आनुवंशिक विकार वंशानुगत हो सकते हैं, जिसका अर्थ है कि वे माता-पिता से बच्चों में पारित हो सकते हैं। हालांकि, कुछ आनुवंशिक विकार सहज होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे किसी भी ज्ञात कारण के बिना होते हैं।
आनुवंशिक विकारों के लक्षण विकार के प्रकार के आधार पर भिन्न होते हैं। कुछ आनुवंशिक विकार जन्म के समय मौजूद होते हैं, जबकि अन्य जीवन में बाद में विकसित होते हैं। कुछ आनुवंशिक विकार केवल मामूली लक्षण पैदा करते हैं, जबकि अन्य गंभीर या जानलेवा हो सकते हैं।
आनुवंशिक विकारों का कोई इलाज नहीं है, लेकिन कई उपचार उपलब्ध हैं जो लक्षणों को प्रबंधित करने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं। इन उपचारों में दवाएं, थेरेपी और सर्जरी शामिल हो सकती हैं।
यदि आपको लगता है कि आपको या आपके बच्चे को आनुवंशिक विकार हो सकता है, तो डॉक्टर को देखना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर निदान करने और उपचार के विकल्पों पर चर्चा करने में सक्षम होंगे।
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12 वीं के बाद आपको अपने योग्यता अनुसार नहीं समझ आ रहा है, कि क्या करें?
तो हमसे संपर्क कीजिए हम करेंगे आपकी फ्री काउंसलिंग और कोशिश करेंगे एक अच्छा मार्गदर्शक बनने की।
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Видео आनुवंशिक विकार Up Board Lec-11 | Class 12 |Chapter-5 | UP BOARD|SWATI MA'AM канала LSI CUET
आनुवंशिक विकार कई तरह से हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
एकल-जीन विकार: ये विकार एक जीन में उत्परिवर्तन के कारण होते हैं। एकल-जीन विकारों के उदाहरणों में सिस्टिक फाइब्रोसिस, सिकल सेल एनीमिया और हंटिंगटन रोग शामिल हैं।
क्रोमोसोमल विकार: ये विकार गुणसूत्रों की संख्या या संरचना में असामान्यताओं के कारण होते हैं। क्रोमोसोमल विकारों के उदाहरणों में डाउन सिंड्रोम, टर्नर सिंड्रोम और क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम शामिल हैं।
बहु-कारक विकार: ये विकार कई जीन और पर्यावरणीय कारकों के संयोजन के कारण होते हैं। बहु-कारक विकारों के उदाहरणों में हृदय रोग, कैंसर और मधुमेह शामिल हैं।
आनुवंशिक विकार वंशानुगत हो सकते हैं, जिसका अर्थ है कि वे माता-पिता से बच्चों में पारित हो सकते हैं। हालांकि, कुछ आनुवंशिक विकार सहज होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे किसी भी ज्ञात कारण के बिना होते हैं।
आनुवंशिक विकारों के लक्षण विकार के प्रकार के आधार पर भिन्न होते हैं। कुछ आनुवंशिक विकार जन्म के समय मौजूद होते हैं, जबकि अन्य जीवन में बाद में विकसित होते हैं। कुछ आनुवंशिक विकार केवल मामूली लक्षण पैदा करते हैं, जबकि अन्य गंभीर या जानलेवा हो सकते हैं।
आनुवंशिक विकारों का कोई इलाज नहीं है, लेकिन कई उपचार उपलब्ध हैं जो लक्षणों को प्रबंधित करने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं। इन उपचारों में दवाएं, थेरेपी और सर्जरी शामिल हो सकती हैं।
यदि आपको लगता है कि आपको या आपके बच्चे को आनुवंशिक विकार हो सकता है, तो डॉक्टर को देखना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर निदान करने और उपचार के विकल्पों पर चर्चा करने में सक्षम होंगे।
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20 февраля 2025 г. 19:30:05
01:03:48
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