तेरी छत्रछाया भगवन मेरे सिर पर हो ||✍️ सारस्वत कवि आचार्य श्री विभवसागर जी कृत||🎙️ROOPESH JAIN ||
CHANNEL*
तेरी छत्रछाया भगवन मेरे सिर पर हो
मेरा अंतिम मरण समाधि तेरे दर पर हो।।
__________________________________________
रचयिता --
सारस्वत कवि आचार्य श्री 108 विभवसागर जी मुनिराज
गायन
रूपेश जैन
संगीत
पंकज ठाकुर
ध्वनिमुद्रण
स्वरदर्पण स्टूडियो जबलपुर
प्रस्तुति
R .J.CREATIONS...AND ..VAISHALI CESSETTES
संपर्क
9425882104
9926048017
__________________________________________
समाधि मरण प्रत्येक जैन श्रमण एवं श्रावक के जीवन का अंतिम लक्ष्य होता है।
सम्पूर्ण जीवन त्याग,तप, संयम, साधना,पूर्वक जीकर अंतिम समय मे पूर्ण सजगता से अपनी जीर्ण शीर्ण एवम नश्वर देह का समतापूर्वक त्याग करना संलेखना या समाधि मरण है।
सम्पूर्ण संयममय जीवन मे समाधि प्राप्त होना जिनालय पर स्वर्ण शिखर चढ़ने के समान है।
परम पूज्य सारस्वत कवि आचार्य गुरुदेव श्री विभवसागर जी द्वारा रचित अनेको अतुल्य एवं अद्भुत रचनाओं में समाधि भक्ति ऐसी कालजयी रचना है जो सम्पूर्ण विश्व मे प्रत्येक जैन के हृदयों में बसी हुई है।
आचार्य गुरुदेव का अनमोल चिंतन एक क्षपक के परम विशुद्ध भावों एवं शुभोपयोग को इतने मार्मिक रूप से कहते हैं कि सुनने वाले का हृदय अभिभूत हो जाता है।
ये कृति नित्यप्रति सुनने से हम सभी के हृदय में जीवन को सार्थक करने की भावना बलवती बने और हम सजगता से जीवन जिये इसी भावना के साथ ये भक्ति काव्य आप सभी के लिए प्रस्तुत है।
इसे सुनिये और अपने भावों की अभिव्यक्ति अवश्य कीजिये।
चैनल को सब्सक्राइब करके जुड़े रहिये प्रत्येक नई प्रस्तुति से.............
__________________________________________
Видео तेरी छत्रछाया भगवन मेरे सिर पर हो ||✍️ सारस्वत कवि आचार्य श्री विभवसागर जी कृत||🎙️ROOPESH JAIN || канала Roopesh jain
तेरी छत्रछाया भगवन मेरे सिर पर हो
मेरा अंतिम मरण समाधि तेरे दर पर हो।।
__________________________________________
रचयिता --
सारस्वत कवि आचार्य श्री 108 विभवसागर जी मुनिराज
गायन
रूपेश जैन
संगीत
पंकज ठाकुर
ध्वनिमुद्रण
स्वरदर्पण स्टूडियो जबलपुर
प्रस्तुति
R .J.CREATIONS...AND ..VAISHALI CESSETTES
संपर्क
9425882104
9926048017
__________________________________________
समाधि मरण प्रत्येक जैन श्रमण एवं श्रावक के जीवन का अंतिम लक्ष्य होता है।
सम्पूर्ण जीवन त्याग,तप, संयम, साधना,पूर्वक जीकर अंतिम समय मे पूर्ण सजगता से अपनी जीर्ण शीर्ण एवम नश्वर देह का समतापूर्वक त्याग करना संलेखना या समाधि मरण है।
सम्पूर्ण संयममय जीवन मे समाधि प्राप्त होना जिनालय पर स्वर्ण शिखर चढ़ने के समान है।
परम पूज्य सारस्वत कवि आचार्य गुरुदेव श्री विभवसागर जी द्वारा रचित अनेको अतुल्य एवं अद्भुत रचनाओं में समाधि भक्ति ऐसी कालजयी रचना है जो सम्पूर्ण विश्व मे प्रत्येक जैन के हृदयों में बसी हुई है।
आचार्य गुरुदेव का अनमोल चिंतन एक क्षपक के परम विशुद्ध भावों एवं शुभोपयोग को इतने मार्मिक रूप से कहते हैं कि सुनने वाले का हृदय अभिभूत हो जाता है।
ये कृति नित्यप्रति सुनने से हम सभी के हृदय में जीवन को सार्थक करने की भावना बलवती बने और हम सजगता से जीवन जिये इसी भावना के साथ ये भक्ति काव्य आप सभी के लिए प्रस्तुत है।
इसे सुनिये और अपने भावों की अभिव्यक्ति अवश्य कीजिये।
चैनल को सब्सक्राइब करके जुड़े रहिये प्रत्येक नई प्रस्तुति से.............
__________________________________________
Видео तेरी छत्रछाया भगवन मेरे सिर पर हो ||✍️ सारस्वत कवि आचार्य श्री विभवसागर जी कृत||🎙️ROOPESH JAIN || канала Roopesh jain
Показать
Комментарии отсутствуют
Информация о видео
Другие видео канала
tum aatma ho pran ho || roopesh jain & shreya || acharya shree soubhagya sagar ji || guru bhajan2023kahan ho swami ji || shree charukeerthi bhattarak swami ji shraddhanjali geet || roopesh jain 2023गणधर वलय स्तोत्र || रिद्धि मंत्र || प्रेरणा : मुनि श्री आदित्यसागर जी महाराज || स्वर: रूपेश जैन ||साथिया पुराओ द्वारे || 2550 वा महावीर निर्वाणोत्सव || रचना एवं स्वर: आर्यिका सुस्वरमती माता जी ||जय श्री महावीर त्रिलोकीनाथा | रचना एवं स्वर: आर्यिका सुस्वरमती माता जी | स्वर : रूपेश जैन | 2023acharya shri vidyasagar ji muni raj | utkrisht sagar jiइस युग को दूजे विद्यासागर ना मिलेंगे || रूपेश जैन || 2024 || विद्यागुरुवरNAMOKAR TEERTH BHAJAN || acharya shri devnandi ji gurudev || roopesh jain 2023 ||वस्तुत्व के रचनाकार || विशुद्ध सागर जी || गीत एवं स्वर : रूपेश जैन || 2024श्री राम आ रहे हैं || गीत-संगीत-स्वर: रूपेश जैन || संयोजन-नितीश डाबला || राम मंदिर || अयोध्या आगमनGuruvar ke deewane aaye || acharya vimarsh sagar ji janm jayanti song || roopesh jain ||swarnjayantiMangi Tungi bhajn by roopesh jainNa Seekha Maine Jeena Tere Bina Meri Maa | Hindi Mother Song by Roopesh JainRoop badalkar aaya | singer & lyricists : roopesh jain | 2024 | acharya samay sagar ji |vimal samadhi se chalkar || singer & lyricist : roopesh jain || acharya vimal sagar ji ||विशुद्ध देशना सुनो रे मेरे भाई || आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी || रूपेश जैन भजन 2023jeevan badlen abke paryushan || singer & lyricist - roopesh jain || das lakshan parv bhajan 2023TARSE NAYAN HAMARE || A prayer by ROOPESH JAIN || lockdown bhajn||bhar bhar jal ke kalash dhurao | singer & lyricist : Roopesh jain | lal mandir mahamastakabhishekAcharya shri hey Vardhman tum shramano ke abhiman | Singer Roopesh JainAIGIRI NADINI | SHREE JINSARASWATI STOTRA | ✍️MUNI SHREE ADITYASAGAR JI | ROOPESH JAIN |NAINIKA JAIN